💠 कबीरा गुनाहों का बयान:
🔷 हजरत अब्दुल्लाह बिन अम्र रज़ि बयान करते हैं कि
✨रसूलल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
◇अल्लाह के साथ शरीक बनाना,
◇वालिदैन की नाफरमानी करना,
◇किसी की नाहक़ जान लेना और
◇जानबूझकर झूठी कसम उठाना कबीरा गुनाह है।
📒 सहीह बुखारी 6675
💠 कबीरा गुनाहों का बयान:
🔷 हजरत अब्दुल्लाह बिन अम्र रज़ि बयान करते हैं कि
✨रसूलल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
◇अल्लाह के साथ शरीक बनाना,
◇वालिदैन की नाफरमानी करना,
◇किसी की नाहक़ जान लेना और
◇जानबूझकर झूठी कसम उठाना कबीरा गुनाह है।
📒 सहीह बुखारी 6675