📌नमाज़ : अहमतरीन फर्ज़
✨नबी ए अक़्दस ﷺ ने फ़रमाया:
◇क़यामत के दिन बंदे से सबसे पहले उसकी नमाज़ का
हिसाब लिया जायेगा । अगर नमाज़ दुरुस्त हुई तो वो कामयाब होगा और अगर नमाज़ दुरुस्त ना हुई तो वो नाकाम और ख़सारे (नुक़सान) मे होगा ।
📒सुनन तिर्मिज़ी: 413
✨रसूलल्लाह ﷺ ने खबरदार किया कि:
◇बन्दे और कुफ़्र के बीच सिर्फ नमाज़ छोड़ने का फर्क़ है ।
📒सुनन निसाई: 465